फाइनेंस क्या है
फाइनेंस क्या है
फाइनेंस का अर्थ हिंदी में -: अक्सर हम सुनते है फाइनेंस क्या है तो आज पढ़गे फाइनेंस का बारे में तो है,हम बताते है फाइनेंस को हिंदी में वित्त कहते है किसी भी कार्य को करना का लिये जैसा उत्पादन,स्टार्टअप, बिज़नेस, आदि को कारन का लिये जो पैसा यानि पूंजी के जरुरत होती है है उसे फाइनेंस कहते है कोई भी काम बिना पैसा के नहीं हो सकता और पैसा के लेनदेन को फाइनेंस कहता है कुछ संथा जो लोन लेने को भी फाइनेंस कहते है
तो हम आज जिन टॉपिक पर बात करे गे ----:
१. फाइनेंस क्या है
२. वित्तीय ज्ञान क्यों
३. वित्त का वर्गीकरण
४. फाइनेंस के प्रकार
1 . फाइनेंस क्या है
२. वित्तीय ज्ञान क्यों
सक्सेसफुल बिज़नेस मैन बनने के लिये फाइनेंस की जानकारी होनी बहुत जरुरी है और आर्थिक छुटकारा पाने के लिये फाइनेंस की जानकरी होनी जरुरी है कई लोग ऐसे है जिन की कमाई लाखो में है पर लेकिन फाइनेंस का ज्ञान न होने के कारण उन्हे कामना अच्छा होता है वहा आगे के नहीं सोचते है और कुछ लोग जल्दी रिटायर हो जाता है और कुछ लोग को आखरी साँस तक कामना होता है इसलिये फाइनेंस के जानकारी होनी चाइये जिस का कारण कुछ पैसा इन्वेस्टमेंट कर दो और काम न करने के बाद भी पैसा के प्रॉब्लम न हो इस लिये फाइनेंस की जानकारी होनी है
३. वित्त का वर्गीकरण
१. अल्पकालीन वित्त -: जब बहुत कम समय के लिये लोन लिया जाता है तो यह लोन अल्पकालीन वित्त कहलाता है
२. मध्यकालीन वित्त -: जब लोन की अब्दी 5 बर्ष तक की हो इस का उद्श्य मैन्युफैक्चरिंग या प्रॉपर्टी के लिऐ किया जाता है
३. दीर्घकालीन वित्त -; जब 5 बर्ष से अधिक समय के लिये जो लोन लिया जाता है उसे दीर्घकालीन वित्त कहते है इस का उदेश्य परिसम्पत्तिओं के बनाने के लिए है
४. फाइनेंस के प्रकार
फाइनेंस के प्रकार आधुनिक युग में फाइनेंस को तीन भागो में विभाजित किया किया गया है
व्यक्तिगत वित्त (personal finance )
निगम वित्त (corporate finance )
लोग वित्त (public finance )
टिप्पणियाँ